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मजबूरियां

इश्क़ की राह में दुश्मन ज़माना,
थोड़ी मेरी मजबूरियां हैं,
थोड़ा तुम बेवफा हो जाना

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"जलसा"

कुछ चिल्मने, मोमबत्तियां, सिलवटो वाले पर्दे और कुछ दरीयां, कुछ हुक्के, कुछ शाराबे  कुछ पान और कुछ पीकदान, कुछ सुपारी के टुकड़े,  और कुछ सफेद चादर बिछाए गद्दे कुछ गज़ल की किताबें,  कुछ सलीके से साफ किए रोशनदान इंतजाम तमाम किए थे जलसे के मेज़बान ने, बस हुआ यूं की मेहमान ना आए

मेरी बगिया के पौधे

मेरी बालकनी गार्डन के पौधे 1 पान 2. तिलक तुलसी 3. पत्थरच्टा 4 मोर पंख

अंत में हम दोनों ही होंगे !!!!

अंत में हम दोनों ही होंगे !!!! भले ही झगड़े, गुस्सा करे, एक दूसरे पर टूट पड़े, एक दूसरे पर दादागिरी करने के लिए अंत में हम दोनों ही होंगे !💏 जो कहना है, वह कह ले, जो करना है , वह कर ले एक दूसरे के चश्मे और लकड़ी ढूंढने के लिए अंत में हम दोनों ही होंगे ।💑 में रूठूँ तो तुम मना लेना, तुम रूठो तो में मना लूँगा, एक दूसरे को लाड लड़ाने के लिए अंत में हम ही होंगे ।👨👩 आँखे जब धुंधला जायेगी, याददास्त जब कमजोर हो जायेगी, तब एक दूसरे को, एक दूसरे में ढूंढने के लिए अंत में हम दोनों ही होंगे ।💑 घुटने जब दुखने लगेंगे, कमर भी जब झुकना बंद हो जायेगी, तब एक दूसरे के पाँव के नाख़ून काटने के लिए अंत में हम दोनों ही होंगे ।💞 मेरी हेल्थ रिपोर्ट एक दम नार्मल है, में तो बिल्कुल ठीक हूँ, ऐसा कह कर, एक दूसरे को बहकाने के लिए अंत में हम दोनों ही होंगे ।💖💖 साथ जब छूट जाएगा, विदाई की घड़ी जब आ जायेगी, तब एक दूसरे को माफ़ करने के लिए अंत में हम दोनों ही होंगे ।👴👵 अंत में हम दोनों ही होंगे ।👵👴